आज भी भारत में ब्रॉडबैंड आम आदमी की पहुँच से दूर है.इसके कई
कारण भी है. ब्रॉडबैंड के लिए लेंडलाइन कनेक्शन की आवश्यकता होती है
जो कि मोबाइल आने के बाद ज्यादातर लोगों ने कटवा दिए हैं और अगर कोई
नया कनेक्शन लेना भी चाहे तो इसके कनेक्शन चार्जेज,सिक्यूरिटी,मोडेम
आदि खर्चा इतना है कि आम आदमी इच्छा होने के बावजूद भी ब्रॉडबैंड कनेक्शन
ले नहीं पाता. इसके अलावा ब्रॉडबैंड प्लान्स भी इतने महंगे है कि हर किसी के बस
कि बात नहीं .लेकिन इसका एक विकल्प है gprs सर्विस जो कि मोबाइल कम्पनियाँ
प्रदान करती है. इसके द्वारा आप मोबाइल और पीसी दोनों पर इन्टरनेट चला
सकते हैं. भारत में सभी मोबाइल कम्पनियां यह सेवा प्रदान करती है. gprs के
प्लान्स ब्रॉडबैंड से बहुत सस्ते होते हैं, हाँ स्पीड जरूर कम होती है.लेकिन जो लोग
इन्टरनेट का इस्तेमाल ई-मेल भेजने मंगाने,सामान्य नेट सम्बन्धी काम करने,
सर्फिंग करने या ब्लॉग लेखन में करते हैं उनके लिए gprs बहुत सस्ता और बढ़िया
विकल्प है. आप को बस अपनी आवश्यकता के अनुसार कोई भी gprs प्लान अपने
मोबाइल नंबर पर एक्टिवेट कराना पड़ता है,जो कि रिचार्ज कूपन या sms के द्वारा
उपलब्ध है .इसका एक फायदा यह भी है कि इसमें आप ब्रॉडबैंड की तरह किसी एक
स्थान से बंधे हुए नहीं होते हैं .आप चाहे तो अपने घर के कंप्यूटर पर आप चाहे तो
अपनी ऑफिस के कंप्यूटर या किसी और जगह इन्टरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.
और अगर आप कंप्यूटर से दूर हों तो अपने मोबाइल पर इन्टरनेट का आनंद उठा
सकते हैं.
अब आप यह सोच रहे होंगे कि मोबाइल से कंप्यूटर पर इन्टरनेट कैसे चलाया जाता
है तो इसके लिए आप मेरी अगली पोस्ट का इंतज़ार करें .
1 comments:
बढ़िया जानकारी !!
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